हाउसिंग लोन पर लागू ब्याज दर में दो घटक होते हैं - बेस रेट और मार्कअप रेट। इन दोनों का कॉम्बिनेशन वही है जो आपको अपने हाउस लोन पर ब्याज के रूप में चुकाना होता है। प्रभावी होम लोन ब्याज दर को बेस रेट और मार्कअप रेट को जोड़कर कैलकुलेट किया जाता है।
जब आप अपना घर खरीदने या बनाने के लिए होम लोन लेते हैं, तो लोन राशि पर हाउसिंग लोन ब्याज दर लगाई जाती है। होम लोन पर ब्याज दर आमतौर पर प्रतिशत के रूप में दिखाई जाती है और संपूर्ण होम लोन अवधि के लिए प्रिंसिपल होम लोन राशि पर ब्याज लगाया जाता है।
टाटा कैपिटल भारत में सबसे कम होम लोन ब्याज दर प्रदान करता है। हमारी हाउसिंग लोन ब्याज़ दर 9.15% प्रति वर्ष* की दर से शुरू होती है।
साथ ही, आपकी होम लोन एलिजिबिलिटी, आपकी आय, क्रेडिट स्कोर और कुछ अन्य कारकों के आधार पर हम आपके लिए बेहतर होम लोन ब्याज़ दर तय कर सकते हैं।
इसके अलावा, जब आप टाटा कैपिटल के पास होम लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो आपको होम लोन पर छिपे हुए शुल्क के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं होती है। होम लोन प्रीपेमेंट चार्ज और होम लोन के प्रॉसेसिंग चार्ज से लेकर एमओडीटी चार्ज तक, हम हर खर्चे की जानकारी पारदर्शी तरीके से देते हैं।
होमलोन की मौजूदा ब्याज दरें रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआइ) की वर्तमान बेस रेट (सीबीआर) या बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (बीपीएलआर) के अनुसार निर्धारित की जाती हैं। इन दरों को आगे आरबीआई द्वारा तय की गई रेपो दर के अनुसार निर्धारित किया जाता है।
टाटा कैपिटल में, आप केवल 9.15% प्रति वर्ष* से शुरू होने वाली शानदार होम लोन ब्याज दर प्राप्त कर सकते हैं।
हाउसिंग लोन ब्याज़ दर एक ऐसा महत्वपूर्ण कारक है जिस पर आपको होम लोन के लिए आवेदन करते समय विचार करना चाहिए। आपके होम लोन की ब्याज दर आपको अपने होम लोन पर ब्याज कैलकुलेट करने में मदद करती है, अर्थात वह अतिरिक्त राशि जो आपको प्रिंसिपल होम लोन राशि से अधिक चुकानी होगी।
चूंकि होम लोन हाई-वैल्यू लोन होते हैं जो 15 से 30 वर्षों की अवधि तक चलते हैं, इसलिए किसी हाउस लोन पर लगने वाला कुल ब्याज समय के साथ एक बड़ी राशि बन जाती है। यहां तक कि हाउसिंग लोन ब्याज़ दर में मामूली बदलाव भी लंबी अवधि में महत्वपूर्ण अंतर ला सकता है। इसीलिए ऋणदाता के लिए होम लोन के लिए आवेदन करते समय होम लोन की ब्याज दरों की जांच करना और उनकी तुलना करना महत्वपूर्ण है।
हाउसिंग लोन पर लगने वाले ब्याज को आमतौर पर प्रत्येक दिन के अंत में बकाया मूल राशि पर कैलकुलेट किया जाता है। लेंडिंग इंस्टीच्यूशन प्रति दिन बकाया लोन राशि लेता है और इसे नई होम लोन ब्याज दर से गुणा करता है।
हाउसिंग लोन की दरें लोन अवधि के दौरान एक जैसी या अलग-अलग हो सकती हैं। परिवर्तनशील हाउसिंग लोन ब्याज़ दर के मामले में, वर्तमान होम लोन ब्याज दर आरबीआई की मौद्रिक नीति के आधार पर निकाली जाती है, जिसमें इसका बेस लेंडिंग रेट और मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) शामिल हैं। आपके होम लोन की दर आपकी क्रेडिट रेटिंग पर भी निर्भर करती है और अलग-अलग लेंडर्स की अलग-अलग हो सकती है।
आप लागू होम लोन दर के आधार पर अपने होम लोन ईएमआई कैलकुलेट करने के लिए निम्नलिखित फॉर्मूला का उपयोग कर सकते हैं:
ईएमआई = [P x R x (1+R) ^N]/[(1+R) ^N-1]
जहां ‘P’ प्रिंसिपल होम लोन राशि है, 'r' वर्तमान होम लोन ब्याज दर है, और 'n' किस्तों की संख्या है जो आपको भुगतान करना है या महीने में लोन अवधि की संख्या है।
हाउसिंग लोन पर लागू ब्याज दर में दो घटक होते हैं - बेस रेट और मार्कअप रेट। इन दोनों का कॉम्बिनेशन वही है जो आपको अपने हाउस लोन पर ब्याज के रूप में चुकाना होता है। प्रभावी होम लोन ब्याज दर को बेस रेट और मार्कअप रेट को जोड़कर कैलकुलेट किया जाता है।
एलटीवी अनुपात या लोन टू वैल्यू अनुपात, प्रॉपर्टी के बाजार मूल्य के एवज में दी जाने वाली होम लोन राशि के प्रतिशत को दर्शाता है। एलटीवी अनुपात अधिकतम होम लोन राशि को दर्शाता है जो किसी लेंडर द्वारा आवेदक को प्रदान किया जाता है। यह प्रॉपर्टी के मूल्य के एवज में लेंडर द्वारा उठाए गए जोखिम का मूल्यांकन करता है।
इसलिए, यदि एलटीवी अनुपात अधिक है, तो इसका अर्थ है कि लेंडर द्वारा स्वीकृत राशि अधिक है। और इसलिए, लोन देने में शामिल जोखिम के कारण लेंडर की होम लोन ब्याज दर बढ़ जाती है।
होम लोन ब्याज़ दर निर्धारित करते समय लेंडर कई कारकों पर विचार करते हैं। नीचे होम लोन को प्रभावित करने वाली चीज़ें दी गई हैं
भारत में ब्याज दर:
2016, मेट आरबीआई ने लेंडिंग के लिए गाइडलाइंस की नई सेट की घोषणा की है जिसे मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) कहा जाता है। एमसीएलआर 1 अप्रैल 2016 के बाद ग्रांटेड सभी लोन के लिए लागू किया गया था और पुराने बेस रेट रेजीम को हटा दिया गया।
इसलिए, यदि आपने 1 अप्रैल 2016, के बाद होम लोन लिया है, तो आपकी वर्तमान होम लोन ब्याज दर का निर्धारण एमसीएलआर के अनुसार किया जाएगा। यहां तक कि यदि आपने इस तिथि से पहले अपना होम लोन लिया है, तो आप अपने लोन की लागत के आधार पर इसे एमसीएलआर में स्विच कर सकते हैं, और कुछ कंवर्जन शुल्क लागू होंगे।
रेपो रेट लिंक्ड लेंडिंग रेट या आरएलएलआर, आरबीआई की रेपो दर के अनुसार निर्धारित ब्याज दर है और यह रेपो दर में होने वाले किसी भी बदलाव से सीधे प्रभावित होती है। उदाहरण के लिए, यदि आरबीआई अपनी रेपो दर को कम करता है, तो लेंडर्स द्वारा ली जाने वाली होम लोन ब्याज दर अपने आप कम हो जाती हैं।
रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई अन्य कमर्शियल बैंकों को पैसा उधार देता है। आरएलएलआर के अंतर्गत, ऋणकर्ता प्रॉपर्टी लोन ब्याज दर तय करने के लिए लेंडिंग इंस्टीच्यूशन पर निर्भर नहीं है। रेपो रेट के अनुरूप होने के लिए यह ऑटोमैटिक अपडेट (बदलाव के बाद के महीने के पहले दिन) होता है।
लेंडर मुख्य रूप से भारत में दो प्रकार की प्रॉपर्टी लोन ब्याज दरें लगाते हैं - स्थिर ब्याज दरें और फ्लोटिंग ब्याज दरें।
स्थिर होम लोन ब्याज दर के मामले में, होम लोन ब्याज दर बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव के बावजूद कभी नहीं बदलती है। यदि आपने स्थिर होम लोन ब्याज दर का विकल्प चुना है, तो आपको पूरे लोन अवधि के लिए समान रूप से विभाजित ईएमआई का चुकाना होगा, बीच में कोई अप्रत्याशित बदलाव नहीं होगा।
दूसरी तरफ, फ्लोटिंग होम लोन ब्याज दर के मामले में, होम लोन ब्याज दर मौजूदा बाजार परिदृश्य के अनुसार बदलती रहती है। फ्लोटिंग होम लोन ब्याज दरें लेंडर द्वारा दी जाने वाली परिवर्तनशील बेस रेट पर निर्भर करती हैं, और इसलिए, ये दरें बेस रेट में होने वाले किसी भी बदलाव के साथ ऑटोमैटिक बदल जाती हैं।
*निर्णायक आरओआई क्रेडिट चेक्स, प्रॉपर्टी और अन्य मापदंडों पर आधारित हो सकता है
होम लोन
ग्राहक प्रोफ़ाइल | लोन स्लैब | आरओआई * (%) |
---|---|---|
वैतनिक | कोई भी राशि | 9.15%* से आगे |
स्व नियोजित | कोई भी राशि | 9.15%* से आगे |
गृह इक्विटी
ग्राहक प्रोफ़ाइल | लोन स्लैब | आरओआई * (%) |
---|---|---|
वेतनभोगी/स्व नियोजित | कोई भी राशि | 10.10% से आगे |
होम लोन
इससे प्रभावी | पीएलआर |
---|---|
मार्च 6वीं 2023 | 19.75% |
जनवरी 1ली 2023 | 19.50% |
अक्टूबर 1st, 2022 | 19.25% |
अगस्त 22 रा, 2022 | 18.75% |
जून 15th, 2022 | 18.25% |
मई 16, 2022 | 17.75% |
जनवरी 1st, 2019 | 17.45% |
अक्टूबर 1st, 2018 | 17.15% |
जुलाई 1st, 2018 | 16.85% |
मई 1st, 2018 | 16.65% |
नवंबर 1st, 2015 | 16.50% |
मई 1st, 2015 | 16.65% |
दिसंबर 10th, 2013 | 16.75% |
सितंबर 1st, 2013 | 16.65% |
मार्च 1st, 2013 | 16.40% |
अक्टूबर 1st, 2011 | 16.50% |
जुलाई 1st, 2011 | 16.00% |
अप्रैल 1st, 2011 | 15.50% |
दिसंबर 20th, 2010 | 14.75% |
नवंबर 15th, 2010 | 14.25% |
जनवरी 1st, 2009 | 13.75% |
होम लोन का प्रोसेसिंग शुल्क होम लोन ऐप्लीकेशन की प्रॉसेसिंग के लिए लेंडर्स द्वारा लगाया जाने वाला एकमुश्त शुल्क है। टाटा कैपिटल में, हम आपके घर के ओनरशिप के खर्चे को कम करने के लिए होम लोन पर बहुत मामूली प्रॉसेसिंग शुल्क लेते हैं। होम लोन के लिए हमारा प्रोसेसिंग शुल्क केवल लोन राशि का 0.5% + जीएसटी है।
कई बार, हो सकता है कि आपके पास ज्यादा पैसे हों, और आप अपने होम लोन का प्री-पेमेंट या पार्ट प्री-पेमेंट करना चाहते हैं। फोरक्लोज़र शुल्क, जिसे होम लोन प्री-क्लोज़र शुल्क भी कहा जाता है, लेंडर्स द्वारा तब लगाया जाता है जब ऋणकर्ता अपने होम लोन का प्री-पेमेंट करना चाहते हैं। जब आप अपने होम लोन को अपनी फंड्स से प्री-पे करते हैं तो टाटा कैपिटल में हम कोई होम लोन प्रीपेमेंट शुल्क नहीं लगाते हैं। हालांकि, यदि आप किसी दूसरे व्यक्ति के फंड का उपयोग करके अपने होम लोन का प्री-पेमेंट करना चाहते हैं, तो हम मामूली होम लोन प्री क्लोजर शुल्क लगाते हैं।
आपके होम लोन ईएमआईज़ में चूक होने या डिफॉल्ट होने से ईएमआई भुगतान में देरी हो सकती है। यह आम तौर पर आपके बैंक खाते में अपर्याप्त फंड्स होने के कारण होता है। ईएमआई भुगतान में देरी करने पर आपका लेंडर भारी जुर्माना और अतिरिक्त होम लोन शुल्क लगा सकता है। यह आपके क्रेडिट स्कोर को भी खराब कर सकता है, और आपको अपने हाउसिंग लोन पर अधिक ब्याज का भुगतान करना पड़ सकता है। टाटा कैपिटल में, हम विलंबित अवधि के लिए प्रचलित हाउसिंग लोन ब्याज़ दर के ऊपर 2% की दर से शुल्क लगाते हैं।
यदि कोई ऋणकर्ता अपने होम लोन पर चूक करता है, तो हो सकता है कि लेंडर को भुगतान कराने के लिए कलेक्शन एजेंसी की सेवाएं लेनी पड़े। ये कलेक्शन एजेंसियां अपनी सेवाओं के लिए शुल्क लेती हैं, जो लेंडर ऋणकर्ता पर लगाता है।
जब कोई ऋणकर्ता होम लोन सैंक्शन के लिए अपनी प्रॉपर्टी के दस्तावेज जमा करता है, तो लेंडर उन्हें कानूनी सत्यापन के लिए भेजता है। लेंडर इस सत्यापन के लिए शुल्क लगा सकता है, और इसलिए, यह ऋणकर्ता पर कानूनी होम लोन शुल्क लगा सकता है।
हाउसिंग लोन प्रोसेसिंग शुल्क, फोरक्लोजर शुल्क और कानूनी शुल्क के अलावा, लेंडर कुछ विविध होम लोन शुल्क और प्रभार लगा सकते हैं। इनमें होम लोन रजिस्ट्रेशन शुल्क, होम लोन के लिए एमओडी शुल्क, पीडीसी शुल्क, लोन कैंसिलेशन शुल्क, चेक बाउंस शुल्क, अकाउंट मेंटिनेंस शुल्क और होम लोन के लिए एनओआई शुल्क शामिल हो सकते हैं। लेंडर के पास होम लोन के लिए आवेदन करने से पहले आपको सभी होम लोन शुल्कों के बारे में पता होना चाहिए।
टाटा कैपिटल में, हम कम होम लोन ब्याज़ दर पर कस्टमाइज्ड होम फाइनेंसिंग सॉल्युशन प्रदान करते हैं। हमारे होम लोन आपको एक नई प्रॉपर्टी खरीदने, अपने मौजूदा घर का विस्तार करने या रिनोवेट करने, कंस्ट्रक्शन के लिए जमीन खरीदने, अपने होम लोन बैलेंस राशि को कम हाउसिंग लोन दरों में ट्रांसफर करने, और भी बहुत कुछ करने के की सुविधा देते हैं।
इसके अलावा, हम होम लोन के लिए बहुत मामूली प्रोसेसिंग शुल्क लेते हैं और आपको बहुत अधिक औपचारिकताओं या अत्यधिक पेपरवर्क से परेशान नहीं करते हैं। टाटा कैपिटल में आप केवल 9.15% प्रति वर्ष* से शुरू होकर, सस्ते होम लोन रेट्स पर होम लोन ले सकते हैं।
इतना ही नहीं! टाटा कैपिटल होम लोन में आपको अपनी सुविधा और चुकौती क्षमता के अनुसार अपनी लोन राशि, अवधि और ईएमआई प्लान चुनने की सुविधा है। कम ब्याज दरों और होम लोन शुल्कों के अलावा, हम आसान पात्रता मानदंड, त्वरित लोन प्रोसेसिंग और फंड्स का त्वरित डिस्बर्सल सुनिश्चित करते हैं।
जरूरी फाइनेंस की चिंता किए बिना होम लोन आपको अपने सपनों का घर खरीदने या बनाने में मदद कर सकता है। टाटा कैपिटल में, हम आपकी हाउसिंग फाइनेंस आवश्यकताओं को समझते हैं और आपको सर्वोत्तम होम लोन प्रदान करते हैं।
टाटा कैपिटल होम लोन के कुछ फायदे इस प्रकार हैं:
टाटा कैपिटल होम लोन में फेर-बदल किया जा सकता है ताकि आपकी सभी हाउसिंग फाइनेंस जरूरतों को पूरा किया जा सके। आप निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए हमारे होम लोन का उपयोग कर सकते हैं:
हां, आप स्वीकृत होने के बाद भी आप अपना होम लोन कैंसल कर सकते हैं। हालांकि, हो सकता है कि लेंडर होम लोन स्वीकृत करने के दौरान लगे होम लोन प्रोसेसिंग शुल्क वापस न करे।
यदि आप सैंक्शन लेटर पाने के बाद अपना होम लोन कैंसल करना चाहते हैं, तो आप हमें लिख सकते हैं या हमारे हेल्पलाइन नंबर पर हमसे संपर्क कर सकते हैं। लेकिन सुनिश्चित करें कि आप लोन के डिस्बर्सल होने से पहले कैंसल करते हैं।
हां, आप अपने होम लोन की अवधि को उस सीमा तक बढ़ा सकते हैं, जब तक यह आपके लेंडर्स के अधिकतम लोन अवधि के अंदर हो। टाटा कैपिटल में, हम होम लोन की अधिकतम अवधि 30 वर्ष ऑफर करते हैं।
अपनी होम लोन अवधि को बढ़ाकर आप अपना ईएमआई बोझ कम कर सकते हैं। अपनी होम लोन अवधि बढ़ाने के लिए, आप हमारे ग्राहक हेल्पलाइन नंबर हमसे संपर्क कर सकते हैं या अपने निकट के टाटा कैपिटल ब्रांच में जा सकते हैं।
होम लोन अस्वीकृत होने के कुछ सामान्य कारणों में शामिल हैं:
यदि आपका लोन एप्लीकेशन लेंडर द्वारा अस्वीकृत कर दिया जाता है, तो इसका सटीक कारण पता करें। यदि इसके लिए कम क्रेडिट स्कोर जिम्मेदार है, तो दुबारा आवेदन करने से पहले अपना क्रेडिट स्कोर सुधारने का प्रयास करें। और, ध्यान दें कि आपने सब्मिट करने से पहले अपने होम लोन एप्लीकेशन को अच्छी तरह से जांच लिया है।
टाटा कैपिटल में, हम दो प्रकार के होम लोन प्लान प्रदान करते हैं - मानक ईएमआई प्लान और स्टेप-अप फ्लेक्सी ईएमआई प्लान। मानक ईएमआई प्लान से आपको अपने पूरे होम लोन अवधि के लिए निश्चित ईएमआई भुगतान करने की सुविधा मिलती है। दूसरे ओर, स्टेप-अप फ्लेक्सी ईएमआई से आपको हाउसिंग लोन चुकाने की बेहतर फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है। बाद के विकल्प में, आप शुरू में कम ईएमआई का भुगतान कर सकते हैं और आपकी आय बढ़ने पर अधिक ईएमआई का भुगतान कर सकते हैं।
टाटा कैपिटल के साथ, आप निम्नांकित तरीकों से होम लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं:
टाटा कैपिटल होम लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए, इन स्टेप्स का पालन करें: